एक परिचय
वैसे तो भारत में एक ही धर्म है। वह है सनातन धर्म लेकिन जैसे-जैसे समय बदला, वैसे-वैसे धर्म की परिभाषा भी बदलने लगी। कुछ लोगों ने अलग विचारधारा को लेकर के सनातन धर्म को आहत किया और उसके समक्ष एक नया धर्म बनाने की कोशिश की हालांकि भारतीय इतिहास में इस पंथ कहा गया लेकिन जो सच है, वही है कि सरकार और कानून इस पंथ को धर्म के नजरिए से ही देखते हैं और उसे स्थापित करने का प्रयास करना चाहते है कि यह भी एक धर्म है, जो भारत में विद्यमान है। पूरे विश्व को इसे समझ लेना चाहिए, इसमें से कई पंथ ऐसे हैं जो पहले से ही विश्व में व्याप्त है, जिनका भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म से कुछ लेना देना नहीं है। यह वेबसाइट सनातन धर्म को छोड़कर किसी भी धर्म को जिसे सरकार ने या कानून ने मान्यता दी है उसे मानने को बात नहीं करता है ।विचारों में मतभेद हो सकता है, रास्ते अलग हो सकते हैं लेकिन सनातन धर्म से वह अलग नहीं हो सकता ।संस्कार और संस्कृति उसके पहचान को जो अलग करते हैं। वह सनातन धर्म से ही है ।हम भारतीय धर्म संघ के माध्यम से देश में चलने वाले सभी पंथों का स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि आने वाले भविष्य में यह भारतीय धर्म संघ एक नई पहचान को जन्म देगा।